Bihar Politics | बिहार: CM नीतीश को इशारों-इशारों में प्रशांत किशोर ने बताया ‘मतलब-परस्त’ और ‘स्वार्थी’

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नई दिल्ली. जहां बीते एक सप्ताह से उपेंद्र कुशवाहा का बागी तेवर सियासी हलको में चर्चा का विषय बना हुआ था। जिसके बाद यह चर्चा थी कि वह जल्द ही BJP कैंप के हो सकते हैं। वहीं अब राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर ने भी बिहार CM प्रशांत किशोर को इशारों इशारों में ‘मतलब-परस्त’ और ‘स्वार्थी विरासत प्रेमी’  बताया है।

क्या ‘मतलबी’ हैं CM नीतीश

दरअसल आज प्रशांत किशोर ने कहा कि, “मार्च 2022 को जब नीतीश कुमार मुझसे दिल्ली में मिले, तो उन्होंने मुझे महागठबंधन के बारे में बताया और इसमें शामिल होने का अनुरोध किया था। उन्हें पता था कि अगर उन्होंने BJP के साथ अपना गठबंधन जारी रखा, तो 2024 के चुनाव जीतने के बाद, उन्हें हटा दिया जाएगा और BJP अपनी पार्टी से मुख्यमंत्री चुनेगी।”

नीतीश को सिर्फ अपनी विरासत से प्यार: प्रशांत किशोर 

नीतीश के लालू प्रसाद का दामन पकड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि, नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव और लालू यादव को इसीलिए चुना क्योंकि वह जानते हैं कि 2025 के बाद वह मुख्यमंत्री नहीं होंगे और यादव के नेतृत्व में बिहार को नुकसान होगा और लोग फिर से वापस आएंगे और नीतीश कुमार को ही चुनेंगे। वह अपनी विरासत को जारी रखना चाहते हैं इसलिए वह नहीं चाहते कि उनसे बेहतर कोई सत्ता में आए।”

उपेंद्र कुशवाहा: यूज एंड थ्रो की गंदी राजनीति करते हैं नीतीश

बताते चलें कि, आज यानि शुक्रवार को जब उपेंद्र कुशवाहा मीडिया के सामने आए तब उन्होने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला था। इतना ही नहीं कुशवाहा ने CM नीतीश कुमार पर उन्हें इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था।  दरअसल कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि साल 2009 से ही  वह पॉलिटिक्स में यूज एंड थ्रो की गंदी राजनीति कर रहे हैं।

इसके पीछे उपेंद्र कुशवाहा ने उदहारण देते हुए कहा कि, “जब  JDU कमजोर होती है उन्हें वापस ले आती है। 2009 के चुनाव में JDU को कई सीटों पर हार का जब सामना करना पड़ा तो हमें वापस बुलाया। 2020 में भी हार मिलने के बाद नीतीश कुमार ने हमें वापस पार्टी में बुलाया है।” 

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