पश्चिमी विक्षोभ निचले से ऊपरी स्तरों में एक ट्रफ के रूप में लगातार जारी है। इसके कारण अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान के इलाकों में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का पूर्वानुमान है। वहीं, उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे भारतीय हिमालयी इलाकों में हवाओं का ट्रफ बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार, 28 फरवरी, 2025 तक अरब सागर के निचले स्तरों से पश्चिमी हिमालयी इलाकों में भारी नमी पहुंचने का दौर जारी रहेगा। इन सभी मौसमी गतिविधियों के चलते आज, यानी 26 फरवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग इलाकों में वज्रपात होने, गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश व जमकर बर्फबारी होने के आसार हैं, इन हिस्सों में 120 मिमी या उससे अधिक बारिश या बर्फबारी हो सकती है।
वहीं आज, हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने तथा हिमपात होने के आसार हैं, यहां 70 मिमी से अधिक बारिश का भी अंदेशा है।
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में किसानों को सलाह देते हुए कहा है कि जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में खड़ी फसलों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें। भारी बर्फबारी की स्थिति में, शाखाओं से बर्फ हटाने के लिए फलदार पेड़ों को हिलाने की बात कही गई है, ताकि बर्फ के भार से पेड़ों और फलों को नुकसान न पहुंचे।
मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ का असर पहाड़ों से लेकर उत्तर के मैदानी इलाकों पर पड़ सकता है। इसके चलते आज, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में गरज के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
पिछले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई इलाकों मंड़ दिन के तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई। जबकि, पश्चिमी तट, तेलंगाना, उत्तर-पश्चिम भारत, पूर्वी मध्य प्रदेश, आंतरिक ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है।
पिछले 24 घंटों में तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, पश्चिमी तट, तेलंगाना, उत्तर-पश्चिम भारत, पूर्वी मध्य प्रदेश, आंतरिक ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि रिकॉर्ड की गई।
पश्चिम और भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप, दक्षिण ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 35 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। वहीं, दक्षिण राजस्थान, मध्य प्रदेश, तटीय ओडिशा, उत्तर छत्तीसगढ़, दक्षिण पश्चिम बंगाल के कई मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जा रहा है, देश के मैदानी इलाकों के शेष हिस्सों में अधिकतम तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा।
बारिश व बर्फबारी के चलते कश्मीर और लद्दाख में तापमान एक बार फिर गिर गया है, यहां न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से माइनस सात डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है। वहीं, जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान आठ से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जबकि देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान 14 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया।
पिछले 24 घंटों में पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, गोवा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकतर इलाकों, दक्षिण मध्य प्रदेश, गुजरात और आंतरिक महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, केरल के कन्नूर हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने का पूर्वानुमान है।
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है, उसके बाद चार से छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना जताई गई है।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
कई राज्यों में बढ़ते तापमान के चलते भारी गर्मी का अहसास होने लगा है। आज, 26 फरवरी को गुजरात के अलग-अलग इलाकों में लोगों को गर्म और उमस भरे मौसम का सामना करना पड़ सकता है। वहीं आज, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और उत्तरी केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में हीटवेव या लू का प्रकोप रहने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने बढ़ती गर्मी के चलते कोंकण, केरल और तटीय कर्नाटक में खड़ी फसलों को गर्मी से बचाने के लिए शाम के समय हल्की और लगातार सिंचाई करने का सुझाव दिया गया है।
समुद्र में हलचल
मौसम विभाग के अनुसार, आज मन्नार की खाड़ी और इससे सटे कोमोरिन के इलाकों, दक्षिण तमिलनाडु तट के साथ-साथ, दक्षिण अंडमान सागर और निकटवर्ती उत्तरी अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से सटे इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने के आसार हैं।
मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।
कल कहां हुई बारिश-बर्फबारी और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 25 फरवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश व बर्फबारी हुई।
वहीं कल, असम और मेघालय, पंजाब, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।