उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में तेज रफ्तार से सर्द सतही हवाएं चल रही है, इसलिए दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में हवाओं ने एक बार सुबह के समय ठंडक बढ़ा दी है। मौसम विभाग की मानें तो अलगे दो दिनों तक यहां हवाओं का दौर जारी रहेगा।
आज, यानी पांच मार्च, 2025 को देश की राजधानी में 20 से 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाएं चलने का अनुमान है। सुबह के दौरान हवाएं उत्तर-पश्चिम दिशा से 12 से 14 किमी प्रति घंटे की दर से चलेंगी और दोपहर में धीरे-धीरे इनकी रफ्तार में इजाफा होकर 22 से 24 किमी प्रति घंटे हो जाएगी। दिल्ली में अधिकतम तापमान के 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो फिलहाल उत्तर भारत समेत देश के अधिकतर हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक मौसम के शुष्क रहने का पूर्वानुमान है। हालांकि नौ मार्च, 2025 से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव करने के आसार हैं।
वहीं पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो, पूर्वोत्तर असम के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसके कारण पांच से नौ मार्च, 2025 के दौरान अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश व बर्फबारी हो सकती है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में उतार-चढ़ाव देखें तो महाराष्ट्र, तेलंगाना, केरल, तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, दक्षिणी छत्तीसगढ़, ओडिशा, सुदूर दक्षिणी पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान 35 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रेकॉर्ड किया जा रहा है।
वहीं, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मिजोरम और त्रिपुरा के शेष हिस्सों में अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेल्सियस रहा। उत्तर-पश्चिम भारत और पूर्वोत्तर भारत के मैदानी इलाकों के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, मध्य महाराष्ट्र के सोलापुर में अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत और पश्चिमी मध्य प्रदेश के कई इलाकों में अधिकतम तापमान में दो से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।
वहीं, जम्मू, हिमाचल प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, पूर्वी तेलंगाना, दक्षिणी तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक के कई इलाकों में तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई है।
आने वाले दिनों में तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले एक से दो दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।
वहीं, अगले दो दिनों के दौरान महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है तथा उसके बाद धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने का पूर्वानुमान है। अगले 24 घंटों के दौरान मध्य भारत और गुजरात में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट तथा उसके बाद धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, आज, गुजरात के तट पर 45 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक गति तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश व बर्फबारी?
कल, चार मार्च को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में बारिश व बर्फबारी दर्ज की गई। वहीं हरियाणा के नाहन में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।