Pakistan | पुलिस इमरान खान के आवास पर छिपे ‘आतंकवादियों’ को पकड़ने का अभियान शुरू कर सकती है: मीडिया

लाहौर. पंजाब पुलिस के कर्मियों ने लाहौर में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के यहां स्थित आवास को बृहस्पतिवार को घेर लिया और वे उनके आवास में कथित तौर पर छिपे ‘आतंकवादियों’ को पकड़ने के लिए किसी भी समय अभियान शुरू कर सकते हैं। पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (वेब वार्ता) पार्टी के प्रमुख खान को लाहौर स्थित उनके आवास पर छिपे “आतंकवादियों” को सौंपने के लिए 24 घंटे का समय दिया था और यह अवधि अब समाप्त हो गई है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हसन भट्टी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उन्होंने जमान पार्क इलाके से आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर नौ मई को सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमले में शामिल होने का संदेह है। खान की पार्टी ने दावे का खंडन किया और कहा कि पुलिस गिरफ्तार व्यक्तियों के एक समूह को जमान पार्क में यह साबित करने के लिए लाई कि उन्हें उनके नेता के आवास के बाहर हिरासत में लिया गया था। ‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार जमान पार्क की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया गया है और इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।

सूत्रों के हवाले से खबर में कहा गया है कि पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक और राजधानी शहर के पुलिस अधिकारी ने पुलिस को ‘‘सतर्क” रहने के लिए कहा है। पंजाब के कार्यवाहक सूचना मंत्री आमिर मीर ने बुधवार को दावा किया था कि ‘30 से 40′ आतंकवादी खान के जमान पार्क स्थित आवास के अंदर छिपे हुए है और उन्होंने खान को उन्हें सौंपने या कड़ी कार्रवाई का सामना करने के लिए 24 घंटे का समय दिया था। पूर्व प्रधानमंत्री खान ने पिछले सप्ताह उनकी गिरफ्तारी के बाद सरकारी एवं सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमले से खुद को और अपनी पार्टी को अलग करते हुए इस हिंसा की बुधवार को स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी।

खान ने यहां जमान पार्क निवास से वीडियो लिंक से अपनी पार्टी वेब वार्ता के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह मांग रखी थी। खान ने पंजाब सरकार के इस दावे को खारिज कर दिया था कि लाहौर स्थित उनके घर में लगभग 40 आतंकवादी छिपे हुए हैं। उन्होंने कहा था, “आप कहते है कि आतंकवादी मेरे घर पर छिपे हैं और इसके बहाने वे मेरे घर पर धावा बोलना चाहते हैं। आपको वारंट लाना चाहिए और शालीन तरीके से तलाशी लेनी चाहिए।”

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पुलिस खान को गिरफ्तार करने के लिए मार्च में उनके जमान पार्क निवास में घुसी थी लेकिन उनके पार्टी कार्यकर्ताओं ने वह योजना विफल कर दी थी। नौ मई को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर में अर्धसैनिक बल रेंजर्स द्वारा खान की गिरफ्तारी पर बड़ी हिंसा हुई थी। खान ने बृहस्पतिवार को कई ट्वीट कर निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस गोलीबारी की तत्काल जांच कराये जाने की मांग की। उन्होंने दावा किया कि 6 और 7 मई को 25 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे।

उन्होंने कहा, “देश जबरदस्त आर्थिक संकट में जूझ रहा है। लोग महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं। सत्ता में बैठे सभी लोग इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि आतंक के शासन को कायम करके सबसे बड़ी और एकमात्र संघीय पार्टी को कैसे कुचला जाए। इससे पहले कि बहुत देर हो जाये, सभी नागरिकों के लिए अपनी आवाज उठाने का समय आ गया है।” (एजेंसी)

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