Chintan Shivir in Rajasthan : विधानसभा चुनाव के पहले सीएम अशोक गहलोत के चिंतन शिविर के क्या हैं मायने

Chintan Shivir in Rajasthan : राजस्थान में विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) एक्टिव हो चुकी है. सूबे में चार साल पूरे होने पर जयपुर में 16 व 17 जनवरी को चिंतन शिविर (Chintan Shivir Updates) का आयोजन किया जा रहा है जिसमें गहलोत सरकार के चार साल के कामकाज, बजट घोषणाओं और कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र के बिंदुओं पर चिंतन किया जा रहा है.

कैसे की जा रही है समीक्षा

खबरों की मानें तो चिंतन शिविर के लिए मंत्री और अफसरों के ग्रुप बनाने का काम किया गया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में सोमवार से जयपुर के हरिशचंद्र माथुर लोक प्रशिक्षण संस्थान में चिंतन शिविर शुरू हो चुका है. सभी विभागों के मंत्री अपने विभागों के चार साल के कार्यों, बजट घोषणाओं, जन घोषणा पत्र, अभियानों, नवाचारों की क्रियान्विति सहित अन्य कार्यों की प्रगति रिपोर्ट इस चिंतन शिविर में पेश कर रहे हैं.

पहले सत्र में क्या-क्या हुआ

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सत्रों में गहलोत सरकार के कामकाज के साथ ही नये प्लान पर भी मंथन किया जा रहा है. सोमवार को यानी 16 जनवरी को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल, शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव और तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग अपने अपने विभागों का प्रजेंटेशन दे दिया है.

इसके बाद कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना, कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारी लाल मीणा के साथ-साथ गोपालन मंत्री प्रमोद भाया, ऊर्जा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटव, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी और जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय अपने विभागों की प्रगति रिपोर्ट पेश करने की तैयारी कर रहे हैं.

क्या है चिंतन शिविर का मकसद

अधिकारी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उपस्थिति में दो दिन तक प्रजेंटेशन दे रहे हैं. सोमवार और मंगलवार को ये चिंतन शिविर चलेगा. इन प्रजेंटेशन से सामने आएगा कि किस मंत्री के नेतृत्व में विभाग ने कितना बेहतर काम किया गया है.

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