ऑरस लिमोजिन पहली बार साल 2018 में उतारी गई. इसे खासतौर से पुतिन के निर्देश पर ही बनाया गया है. बुलेट प्रूफ होने के साथ इसमें कई हथियार भी लगे हैं.
नई दिल्ली. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) बुधवार को जब उत्तर कोरिया के दौरे पर पहुंचे तो अपने मित्र और तानाशाह किम जोंग उन को ऐसा तोहफा दिया, जिसकी चमक पूरी दुनिया में फैल गई. पुतिन ने रूस में बनी ऑरस सीनेट लिमोजिन (Aurus Senat Limousine) कार उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग को तोहफे में दिया है. इस कार को रॉल्स रॉयल्स की कॉपी कहा जा रहा है, लेकिन कार की खासियत देखें तो दुनियाभर की गाड़ियां इसके आगे पानी भरती हैं. न सिर्फ कीमत बल्कि फीचर्स भी ऐसे हैं, जो इसे कार नहीं पूरा बंकर बना देते हैं.
दरअसल, ऑरस लिमोजिन कार को खासतौर से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए ही बनाया गया है. जाहिर है कि इसकी खूबियां भी जबरदस्त होंगी. इस बार को पुतिन के खास निर्देश पर बनाया गया है और पहली बार साल 2018 में उतारी गई. हालांकि, पब्लिक के लिए इसे 2021 में उतारा गया. इसका डिजाइन रूस की कंपनी नामी (NAMI) ने तैयार किया है, जबकि मॉडल को रूस की सेंट्रल साइंटिफिक रिसर्च ऑटोमोबाइल और ऑटोमोटिव इंजन इंस्टीट्यूट ने मिलकर विकसित किया है.
ऑरस लिमोजिन को पुतिन की खास मांग पर बनाया गया है.
ऑरस सीनेट के हैं 3 मॉडल
ऑरस कंपनी की इस सीनेट ब्रांड के 3 मॉडल आते हैं. इसमें स्टैंडर्ड सीनेट, सीनेट लांग और सीनेट लिमोजिन शामिल है. कुछ विश्लेषक इसे रॉल्स रॉयल्स की कॉपी बताते हैं, लेकिन रूसी कंपनियों का कहना है कि यह 1940 में सोवियत काल के समय बनी ZIS110 सोवियत लिमोजिन से प्रेरित है. किम जोंग उन के पास पहले से ही मर्सिडीज के चार मॉडल और एक लेक्सस कार है. अब उनके बेड़े में रूस की यह सुपर कार भी शामिल हो गई है.
ऑरस लिमोजिन की खास बातें
यह कार 6,700 मिमी (6.70 मीटर) लंबी है और इसका वजन 2,700 किलोग्राम है. कार को पूरी तरह बुलेट प्रूफ बनाया गया है और इस पर गोलियों या बम का जरा भी असर नहीं पड़ता. चाहे गाड़ी पर बम फेकें या जमीन में रखकर विस्फोट किया जाए, यह कार नीचे से ऊपर तक पूरी तरह सेफ है. कार में सेल्फ कंटेन ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम है, जबकि टायर फ्लैट रबर से बने हैं. कार के अंदर ही सिक्योर लाइन कम्युनिकेशन सिस्टम है, जो दुनिया में कहीं भी बात करने की सुविधा देता है. इतना ही नहीं यह कार खुद भी कई तरह के घातक हथियारों से लैस है. ये फीचर कार को एक बंकर में तब्दील कर देते हैं.
यह कार 850 बीएचपी की पावर जेनरेट करती है.
4 फॉर्च्यूनर खींचने की ताकत
ऑरस लिमोजिन के पावर की बात करें तो इसमें 6.6 लीटर वी12 इंजन लगा है. यह 850 बीएचपी की पावर जेनरेट करता है. इसका इंजन बनाने में पोर्शे ने भी मदद की है. भारत में बिकने वाली लग्जरी एसयूवी फॉर्च्यूनर के मुकाबले इसमें 4 गुना से भी ज्यादा ताकत है. फॉर्च्यूनर 201 बीएचपी की पावर जेनरेट करता है. जाहिर है कि यह ऐसी 4-4 कारों को एकसाथ खींच सकता है.
कार की कितनी कीमत
सबसे पहले इसे साल 2018 में उतारा गया था, तब इसकी कीमत 1.6 लाख डॉलर (1.32 करोड़ रुपये) बताई थी. साल 2021 में इसकी कीमत रिवाइज करके 3 लाख डॉलर (2.40 करोड़ रुपये) कर दी गई. रूसी एजेंसियों के मुताबिक, 2024 में अब तक रूस में इसके 40 मॉडल की बिक्री हुई है. साल 2022 में तो सिर्फ 31 कारों की ही बिक्री हुई थी.
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FIRST PUBLISHED : June 20, 2024, 12:07 IST