Lucknow: कुछ समय पहले विपक्षी एकता की खूब बातें हो रही थीं। लेकिन जैसे ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का ऐलान हुआ, वैसे ही गठबंधन में टूट के संकेत मिलने लगे। गठबंधन के नेता एक-दूसरे के खिलाफ जमकर बयान देने लगे। राज्यों में एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिए गए। इस दौरान समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध तो अलग ही लेवल पर चला गया। आलाकमान को इसमें दखल देना पड़ा। अब जब बयानबाजी कुछ कम हुई तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बड़ा बयान दिया है।
सपा उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीट पर तैयारी कर रही – Akhilesh Yadav
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि सपा उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीट (Lok Sabha Election) पर तैयारी कर रही है क्योंकि इन सीट पर सहयोगियों को समर्थन देने के लिए संगठन को भी मजबूत करना जरूरी है। अखिलेश यादव ने कहा, ”लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी की सभी 80 सीट पर तैयारी है। हम गठबंधन के सभी साथियों को साथ लेकर चलेंगे। समाजवादी पार्टी सभी सीट पर तैयारी इसलिए भी कर रही है क्योंकि जो सीटें गठबंधन सहयोगियों के पास जायेंगी तो हम तभी मदद कर पाएंगे जब समाजवादी पार्टी का संगठन मजबूत रहेगा और बूथ स्तर पर तैयारी रहेगी।”
हम इंडिया गठबंधन के साथ है- सपा प्रमुख Akhilesh Yadav
उन्होंने (Akhilesh Yadav) कहा , “यदि तैयारी नहीं रहेगी तो हम गठबंधन के प्रत्याशियों की मदद कैसे करेंगे।” उन्होंने कहा कि सपा ‘इंडिया’ के साथ है और पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) हमारी रणनीति है और इसने NDA को परेशान कर दिया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पीडीए ‘इंडिया’ के साथ है। वहीं मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर मचे घमासान पर उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति में सबक सीखना चाहिए, इससे ही आगे बढ़ने में मदद मिलती है।’’
बसपा के साथ गठबंधन पर भी बोले अखिलेश
वहीं बहुजन समाज पार्टी के साथ किसी भी तरह के गठबंधन पर उन्होंने कहा कि बुआ तो बहुत पहले ही आगे बढ़ चुकी हैं, आप उन्हें करीब क्यों लाना चाहते हैं। सपा प्रमुख (Akhilesh Yadav) ने आरोप लगाया कि भाजपा लगातार जातीय जनगणना का विरोध कर रही है। भाजपा सरकार में जिस तरह का भेदभाव हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि इस तरह के सम्मेलन से बहुजन समाज जागरूक होगा। सभी लोग एक साथ आयेंगे और भाजपा की गलत नीतियों के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनाव में उसे हराने का काम करेंगे।