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Subrata Roy Passed Away: नहीं रहे सहारा के मालिक सुब्रत रॉय.. मुंबई के अस्पताल में ली आखिरी सांस

Mumbai/New Delhi: सहारा इंडिया ग्रुप (Sahara India) के प्रमुख सहाराश्री सुब्रत रॉय सहारा (Subrata Roy) का मंगलवार को निधन हो गया है। उन्होंने मुंबई में आखिरी सांस ली। वह लंबे समय से बीमार थे। सहारा परिवार के मुखिया सहाराश्री सुब्रत रॉय काफी दिनों से गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। उनका मुंबई के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनका पार्थिव शरीर बुधवार को लखनऊ के सहारा शहर लाया जाएगा, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।

सहारा ग्रुप (Sahara India) ने एक बयान में कहा कि सहाराश्री सुब्रत रॉय (Subrata Roy) का मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट के कारण निधन हो गया। बयान के मुताबिक, तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें रविवार को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया गया था। उच्च रक्तचाप और मधुमेह से उत्पन्न जटिलताओं के बाद कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट के कारण मंगलवार रात 10.30 बजे अस्पताल में उनका निधन हो गया।

कॉमन फ्रेंड के जरिए Subrata Roy की हुई थी पत्नी से मुलाकात

सुब्रत रॉय (Subrata Roy) 10 जून, 1948 को अररिया, बिहार में जन्मे थे। उनके पिता का नाम सुधीर चंद्र रॉय और माता का नाम छवि है। उनकी स्कूली शिक्षा होली चाइल्ड स्कूल से हुई थी। इसके बाद उन्होंने गोरखपुर के गवर्नमेंट टेक्निकल इंस्टिट्यूट से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की थी। सुब्रत राय की उनकी पत्नी स्वप्ना से मुलाकात कोलकाता में एक कॉमन फ्रेंड के जरिए हुई थी।

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बेटों की शादी पर खर्च किए थे 500 करोड़ रुपए
सुब्रत रॉय (Subrata Roy) के दो बेटे शुशांतो रॉय और सीमांतो रॉय हैं। 2004 में सुब्रत रॉय ने अपने दोनों बेटों की शादी लखनऊ के एक स्टेडियम में की थी जिस पर करीब 500 करोड़ रुपए खर्च किए थे। इस शादी में सियासी, ग्लैमर, खेल और कारोबारी जगत की हस्तियों ने शिरकत की थी। अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या रॉय, अनिल अंबानी और मुलायम सिंह जैसी हस्तियां इसमें शामिल हुई थीं।

सहारा ने बाद में कई बिजनेस में विस्तार किया

सुब्रत रॉय (Subrata Roy) ने 1978 में गोरखपुर में एक छोटे से ऑफिस से सहारा की नींव रखी। रॉय के नेतृत्व में, सहारा ने कई व्यवसायों में विस्तार किया। रॉय का साम्राज्य फाइनेंस, रियल एस्टेट, मीडिया और हॉस्पिटैलिटी से लेकर अन्य सेक्टर्स में फैला हुआ था।

समूह ने 1992 में हिंदी भाषा का समाचार पत्र राष्ट्रीय सहारा (Rashtriya Sahara) लॉन्च किया, 1990 के दशक के अंत में पुणे के पास महत्वाकांक्षी एम्बी वैली सिटी परियोजना शुरू की और सहारा टीवी के साथ टेलीविजन क्षेत्र में प्रवेश किया। 2000 के दशक में, सहारा ने लंदन के ग्रोसवेनर हाउस होटल और न्यूयॉर्क शहर के प्लाजा होटल जैसी प्रतिष्ठित संपत्तियों के अधिग्रहण के साथ अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं।

सहाराश्री (Subrata Roy) ने वर्ष 1978 में गोरखपुर से अपना व्यवसाय शुरू किया और सहारा इंडिया परिवार की स्थापना की। वर्ष 2012 में इंडिया टुडे पत्रिका ने सुब्रत रॉय को भारत के 10 सर्वाधिक अमीर लोगों में शामिल किया था। आज सहारा समूह हाउसिंग, मनोरंजन, मीडिया, रिटेल और वित्त सेवाओं जैसे तमाम क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सहारा समूह के पास जून-2010 तक लगभग 1,09,224 करोड़ रूपये की परिसंपत्ति थी।

जमानत पर थे सुब्रत रॉय
पटना हाईकोर्ट में सहारा इंडिया (Sahara India) के खिलाफ लोगों के पैसों का कई सालों से भुगतान नहीं करने का एक मामला चल रहा है। लोगों ने ये पैसे कंपनी की कई स्कीमों में लगाए थे। इस केस में पटना हाईकोर्ट के गिरफ्तारी के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी। साथ ही उनके खिलाफ आगे किसी तरह की कार्रवाई को लेकर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। सुब्रत रॉय (Subrata Roy) के खिलाफ इसी तरह का एक मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहले से चल रहा है। वे जमानत पर बाहर थे। वहीं, निवेशकों के पैसे लौटाने को लेकर सहारा इंडिया का दावा है कि वह सारी रकम सेबी के पास जमा करा चुकी है।

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