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Israel Hamas War: कतर में हमास नेता इस्माइल हानियेह से मिले ईरानी विदेश मंत्री

Israel Hamas War: इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इजराइल गाजा पट्टी पर लगातार हमले कर रहा है। इजराइल की सेना आईडीएफ ने अब गाजा में घुसकर जमीनी हमले शुरू कर दिए हैं। हमास पर इजराइली हमलों के बीच ईरान हमास को सपोर्ट कर रहा है और इजराइल को धमकी दे रहा है। ईरान समर्थित हिजबुल्ला संगठन भी लेबनान से इजराइल पर लगातार हमले कर रहा है। बताया जाता है कि फिलिस्तीन और हमास को ईरान सपोर्ट करता है। इसी बीच ईरान के विदेश मंत्री ने कतर की राजधानी दोहा में हमास नेता इस्माइल हानियेह से मुलाकात की। इस दौरान फिलिस्तीन के नवीनतम विकास पर चर्चा की गई।

अमेरिका को मानता है हमास इजराइल की लड़ाई (Israel Hamas War) का जिम्मेदार

ईरान ने इजराइल को हाल ही में गाजा में जमीनी हमले करने की स्थिति में बदला लेने की चेतावनी दी थी। वहीं ईरान के शिया धर्मगुरु ने भी गाजा में हो रहे हमलों की निंदा की थी। ईरान समर्थित हिजबुल्ला संगठन भी लेबनान से उत्तरी इजराइल की ओर हमले कर रहा है। वहीं हमास को भी ईरान का सपोर्ट मिलता रहा है। इसी बीच ईरान भूमध्य सागर में आए अमेरिकी बेड़े को लेकर भी अमेरिका को धमकी दे रहा है। लेकिन अमेरिका ने ईरान की हेकड़ी निकालते हुए भूमध्य सागर में अपने दो जंगी जहाज के बेड़े तैनात कर रखे हैं। इजराइल और हमास की जंग के लिए ईरान अमेरिका को जिम्मेदार बताते हुए अमेरिका को आड़े हाथों ले चुका है।

ईरान ने पहले किया जंगी अभ्यास,  फिर किया मिसाइल परीक्षण

उधर, इजराइल और हमास के बीच जंग (Israel Hamas War) और खतरनाक होती जा रही है। इजराइल अब धड़ल्ले से गाजा पट्टी में जाकर जमीनी हमले करने लगा है। उधर, ईरान की शह पर लेबनान स्थित हिजबुल्ला आतंकी संगठन इजराइल पर हमले कर रहा है। हमास का खुलेआम सपोर्ट करने वाला ईरान लगता है जंग पर आमादा हो गया है। इजराइल और अमेरिका को धमकी देने वाले ईरान ने पहले जंगी अभ्यास किया। अब अमेरिका और इजराइल को चेताने के ​इरादे से ईरान ने अपने हमलावर हेलिकॉप्टर से हायडर क्रूज मिसाइल का परीक्षण गया है। हायडर क्रूज मिसाइल का यह फील्ड टेस्ट था, जो सफल रहा है। हायडर यह जमीन से हवा में मार करने वाली क्रूज मिसाइल है।

Israel Hamas War: कैसे हुआ इजरायल का जन्म, 75 साल में क्या बदला और कब पड़ी हमास की नींव

हमास ने इजरायल पर हजारों रॉकेट से हमला किया है और उसके लड़ाकों ने इजरायल में घुस कर मार काट की है। इजरायल ने इसके जवाब में हमास में युद्ध का एलान किया है। इजरायल ने चेताया कि उसपर हमला करने वालों को ऐसी कीमत चुकानी होगी जिसकी उन्होंने कल्पना नहीं की होगी। कुछ विश्लेषकों ने चेताया है कि ये तीसरे इंतिफादा की शुरुआत हो सकती है। इससे पहले फिलिस्तीन के युवाओं के बीच दो इंतिफादा काफी लोकप्रिय रह चुके है। इंतिफादा का मतलब बगावत या विद्रोह से है। फिलिस्तीन इसे इजरायल के अवैध के कब्जे के खिलाफ बगावत के तौर पर पेश करते हैं।

ऐतिहासिक संघर्ष

इजरायल फलस्तीन संघर्ष (Israel Hamas War) में ये ताजा अध्याय है। 19 वीं शताब्दी के अंतिम दौर में फलस्तीन में यहूदियों के लिए होमलैंड की मांग को लेकर यहूदी आंदोलन का उभार हुआ। एक यहूदी देश के लिए समर्थन दूसरे विश्व युद्ध के बाद बढ़ा क्योंकि यहूदियों का नरसंहार पूरी तरह से लोगों के सामने आ गया था। फलस्तीन के ब्रिटेन के नियंत्रण वाले इलाके यहूदी और अरब राज्य में बांटने की बात तय हुई। लेकिन इसके तुरंत बाद यहूदियों और अरबों के बीच जंग शुरू हो गई। पहला अर इजरायल युद्ध 1949 में इजरायल की जीत के साथ समाप्त हुआ । 7,50,00 फिलिस्तीन विस्थापित हुए और क्षेत्र को तीन भागों में बांटा गया। यहूदी इजरायल, अरब वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी। हालांकि इससे संघर्ष ख़त्म नहीं हुआ और आज तक जारी है।

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इजरायल का जन्म

1948 में, संयुक्त राष्ट्र और ब्रिटेन के समर्थन से इजरायल का जन्म हुआ। संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1947 में पेश की गई विभाजन योजना के तहत फिलिस्तीन के ब्रिटेन के नियंत्रण वाले इलाके को यहूदी और अरब राज्य में बांटने की बात तय हुई। लेकिन इसके तुरंत बाद यहूदियों औप अरब राज्य में बांटने की बात तय हुई। लेकिन इसके तुरंत बाद ही अरबों और यहूदियों में जंग शुरू हो गई। पहला अरब इजरायल युद्ध 1949 में इजरायल की जीत के साथ समाप्त हुआ। 75000 फिलिस्तानी विस्थापित हुए और क्षेत्र को तीन भागों में बांटा गया।

75 साल में क्या बदला

75 वर्षों में इजरायल ने अरब देशों के साथ कई युद्ध लड़े और फलस्तीन के आतंकवाद का सामना भी किया। इस बीच इजरायल ने अमेरिका और पश्चिमी देशों की मदद से तेजी से आधुनिकीकरण करके खुद को मजबूत बनाया और फिलिस्तीन पर कब्जे का विस्तार 1947 में संयुक्त राष्ट्र के प्लान के तहत तय की गई सीमाओं से परे भी किया।

तीसरे इंतिफादा का आगाज

कुछ विश्लेषकों ने ताजा संघर्ष को तीसरे इंतिफादा की शुरुआत बताया है । इंतिफादा अरबी शब्द है। अरबी में इसका मतलब है उथल पुथल या छुटकारा पाना। वैसे इंतिफादा को बगावत या विद्रोह से जोड़ कर देखा जाता है। पहला इंतिफादा 1987 से 1993 तक चला और दूसरा इंतिफादा 2000-2005 तक चला । फिलिस्तीन के युवाओं में ये विद्रोह काफी लोकप्रिय हुए।

क्या है हमास और क्यों हुआ इसका गठन Israel Hamas War

हमास सबसे बड़ा फलस्तीन आतंकी इस्लामी समूह और क्षेत्र के दो प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक है। मौजूदा समय में ये गाजा पट्टी में 20 लाख से अधिक फिलिस्तीन आबादी पर शासन कर रहा है। हमास इजरायल के खिलाफ सशस्त्र प्रतिरोध के लिए भी जाना जाता है। हमास का गठन 1980 के आखिरी दौर में पहले फिलिस्तीन इंतिफादा की शुरुआत के बाद हुआ था। पहला इंतिफादा वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी पर इजरायल के कब्जे के खिलाफ शुरू हुआ था। इजरायल, अमेरिका, यूरोपीय संघ, कनाडा, मिश्र और जापान ने हमास को आतंकी संगठन के तौर पर नामित किया है।

इजरायल-फिलिस्तीन (Israel Hamas War) के बीच क्यों है तनाव

  • प्रथम विश्व युद्ध के बाद मध्य पूर्व में आटोम साम्राज्य के खत्म होने के बाद इस इलाके पर ब्रिटेन का कब्जा हुआ।
  • यहां अधिकतर यहूदी और अरब समुदाय के लोग रहते थे। दोनों में तनाव बढ़ा। इसके बाद ब्रिटेन ने यहां यहूदियों के लिए फिलिस्तीन में अलग जमीन बनाने की बात की।
  • यहूदी इस इलाके को अपने पूर्वजों की जमीन मानते हैं। वहीं अरब समुदाय भी इस पर दावा करता है। ऐसे में तनाव बढ़ने लगा।
  • 1947 में संयुक्त राष्ट्र ने फलस्तीन को दो हिस्सों में बांटने के फैसले पर मुहर लगाई। एक हिस्सा यहूदियों का और दूसरा अरब समुदाय का
  • अरब के विरोध के बीच 14 मई 1948 को यहूदी नेताओं ने इजरायल राष्ट्र के गठन का एलान किया। इसके तुरंत बाद पहला अरब इजरायल युद्ध हुआ।
  • युद्ध के बाद ये पूरा क्षेत्र तीन हिस्सों में बंट गया । इजरायल, वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी
  • फिलिस्तीन आबादी गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक में रहती है। करीब 25 मील और 6 मील चौड़ी गाजा पट्टी 22 लाख आबादी के रहने की जगह है। आबादी के लिहाज से ये दुनिया का सबसे अधिक घनत्व वाला इलाका है।

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