Sawan Somwar: हर-हर महादेव गूंज के साथ शुरू हुआ कैलाश मेला, भक्तों की उमड़ी भीड़

सावन के सातवें सोमवार (Sawan Somwar) पर भी सभी शिवालयों में बम-बम भोले के जयघोष गूंज रहे हैं। जलाभिषेक के लिए भोर से ही भक्तों की भीड़ उमड़ेगी। वहीं कैलाश महादेव मंदिर पर रविवार शाम को मेला शुरू हो गया। मेले का शुभारंभ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रो. एस पी सिंह बघेल ने दीप जलाकर किया।

कैलाश मंदिर के महंत निर्मल गिरि ने बताया कि श्रद्धालु सोमवार को देर रात तीन बजे से ही कैलाश महादेव के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर के पांचों द्वार खोल दिए जाएंगे। एक द्वार से महिला, एक से पुरुष और एक द्वार से कांवड़िये प्रवेश करेंगे। बाकी दो द्वार से भक्तों की निकासी होगी।

रविवार शाम को हर-हर महादेव के जयकारों के साथ प्राचीन कैलाश मेला शुरू हुआ। शुभारंभ के समय पूरन डावर, विभाग प्रचारक आनंद, मठ महंत सुभाष गिरि, महंत सतीश गोस्वामी, हरिशंकर शर्मा, प्रदीप भाटी, वसंत गुप्ता, सुनील, अलौकिक उपाध्याय, सुभाष ढल, रवि, बंटी ग्रोवर आदि भी रहे।

यह भी पढ़ें: Lakshmi Golden Temple: 100 एकड़ में फैला है देवी लक्ष्मी का यह मंदिर, निर्माण में लगा है 15000 किग्रा शुद्ध सोना

Sawan Somwar: रात 11 बजे पट हो जाएंगे बंद

सोमवार को भक्तों का जनसैलाब उमेड़गा। सोरों, हरिद्वार से जल लेकर आए सैकड़ों कांवड़िये भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करेंगे। कैलाश महादेव मंदिर में देर रात 3 बजे जलाभिषेक, शृंगार आरती के बाद दर्शन के लिए द्वार खोल दिए जाएंगे। शाम 7 बजे के बाद भोले बाबा का जलाभिषेक, शृंगार, आरती होगी व रात को 10 बजे मंदिर की साफ-सफाई के बाद महादेव का जलाभिषेक, शृंगार कर 11 बजे मंदिर के पट को बंद कर दिया जाएगा।

Sawan Somwar: सभी घाटों पर बैरिकेडिंग

कैलाश महादेव मंदिर के सभी घाटों की साफ-सफाई का कार्य सफाई कर्मचारियों ने किया। सभी घाटों पर बांस की बल्लियों की बैरिकेडिंग लगाई गई है। इसके अलावा घाट के किनारे नगर निगम की ओर से फव्वारा लगवाया गया है, जिससे वहीं लोग स्नान कर सकें।

Sawan Somwar: पार्किंग की यहां रहेगी सुविधा

कैलाश मंदिर के लिए रामलाल वृद्धाश्रम की तरफ जाते हुए रोड के समीप ही पर्किंग की व्यवस्था की गई है।

Sawan Somwar: नाग पंचमी पूजा के विशेष इंतजाम

सोमवार को कैलाश मेले के साथ ही नाग पंचमी पर्व भी है। हजारों की संख्या में भक्त सर्प दोष निवारण के लिए मंदिर पर पूजा कराने पहुंचते हैं। इसके लिए मंदिर प्रशासन की ओर से इंतजाम कर लिए गए हैं। घाटों के किनारे पूजन कराया जाएगा। उसके बाद एक-एक करके भक्त महादेव का पूजन करेंगे।

Leave a Comment