Gaza: गाजा के अस्पताल पर तथाकथित इजरायली हमले (Israel) में 500 से अधिक लोगों के मारे जाने की घटना के बाद से इस्लामिक देशों में उबाल आ गया है। बुधवार को अरब से लेकर अफ्रीका तक और मिडिल-ईस्ट से लेकर यूरोप तक इजरायल के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों में कई जगहों पर जानलेवा और खूनी झड़पें हुई।
बता दें कि यह विरोध प्रदर्शन दुनिया के विभिन्न देशों में गाजा के एक अस्पताल में हुए विस्फोट में सैकड़ों लोगों के मारे जाने की खबर के कुछ ही घंटों के भीतर शुरू हो गया। प्रदर्शनकारियों ने वेस्ट बैंक में फलस्तीनी सुरक्षा बलों और पड़ोसी देश जॉर्डन में पुलिस पर पथराव किया।
जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनके देश ने अम्मान में बुधवार को होने वाले क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय, फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से मुलाकात करने वाले थे। अब्दुल्ला ने चेताया कि खतरनाक चरण में पहुंच चुका यह युद्ध इस क्षेत्र को बहुत नुकसान पहुंचायेगा। गाजा में अधिकारियों ने अस्पताल में विस्फोट के लिए इजराइली हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया। इजराइल ने इस हमले में शामिल होने से इनकार किया है।
Israel ने अस्पताल पर हमले कि लिए इस्लामिक जेहादियों को बताया कसूरवार
इजराइल की सेना ने इसके लिए इस्लामिक जिहाद पर आरोप लगाया है और हमास के लिए काम करने वाले इस कट्टरपंथी फलस्तीनी आतंकवादी समूह को जिम्मेदार ठहराया है। सेना ने कहा कि इस्लामिक जिहाद के आतंकवादियों ने अस्पताल के पास कई रॉकेट दागे और ‘‘कई सूत्रों से मिली खुफिया जानकारी’’ से संकेत मिलता है कि यह संगठन इस घटना के लिए जिम्मेदार है। इस्लामिक जिहाद ने इस दावे को खारिज किया है। ‘एसोसिएटेड प्रेस’ ने विभिन्न पक्षों द्वारा जारी किए गए किसी भी दावे या सबूत को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया है।
मिस्र के विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी निकाली Israel के खिलाफ रैली
गाजा पर इजराइली हमलों की निंदा करने के लिए बुधवार को हजारों छात्रों ने मिस्र के विश्वविद्यालयों में रैली निकाली। लेबनान में भी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। बुधवार को बेरूत में अमेरिकी दूतावास के पास सैकड़ों प्रदर्शनकारियों की लेबनानी सुरक्षा बलों के साथ झड़प हो गई, जहां पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की। मोरक्को और बहरीन में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं।