National

G20 समिट: स्टीयरिंग बाईं तरफ और बुलेट प्रूफ गाड़ी… VIP कार के लिए CRPF के 450 जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग

New Delhi. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की वीआईपी सुरक्षा शाखा के करीब 450 चालकों को विशेष वाहनों को चलाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है. इन वाहनों की स्टीयरिंग बाईं और है और ये बुलेट-प्रूफ भी हैं. आधिकारिक सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इन वाहनों का उपयोग अगले सप्ताह दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले विदेशी गणमान्य लोगों को लाने-ले जाने के लिए किया जाएगा.

केंद्र सरकार ने 41 प्रमुख विदेशी मेहमानों को लाने-ले जाने के लिए ऑडी, मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और हुंइई जेनेसिस जैसी कारों के एक बेड़े को किराए पर लिया है या खरीदा है. उन्होंने बताया कि विशेष रूप से प्रशिक्षित चालक विभिन्न देशों के प्रधानमंत्रियों और नेताओं को राष्ट्रीय राजधानी में उनके गंतव्यों तक ले जाएंगे. ये चालक इन विशिष्ट आगंतुकों को उनके पंच-सितारा होटलों से मुख्य आयोजन स्थल भारत मंडपम तक भी ले जाएंगे.

CRPF है देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल
सीआरपीएफ देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है, जिसके 3.25 लाख से अधिक कर्मी आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात हैं. बल के विशेष वीआईपी सुरक्षा प्रकोष्ठ में 6,000 से अधिक कर्मी हैं और यह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा सहित 149 हस्तियों को सुरक्षा मुहैया कराता है.

VIP हस्तियों की सुरक्षा के लिए CRPF के 900 जवान तैनात
बल ने दो-दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान अति महत्वपूर्ण हस्तियों (वीआईपी) को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कुल 900 कर्मियों को तैनात किया है, जिनमें 450 चालक भी शामिल हैं. इसके अलावा सम्मेलन से एक दिन पहले यानी आठ सितंबर को भी नेताओं को सुरक्षा मुहैया करायी जाएगी जब वे यहां पहुंचने लगेंगे. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विश्व नेताओं के जीवनसाथियों की सुरक्षा के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित पुरुष एवं महिला कमांडो की तैनाती की गई है. ये कमांडो एक अन्य अर्धसैनिक बल (सशस्त्र सीमा बल) से लिए गए हैं.

सूत्रों ने बताया कि विश्व नेताओं को लाने-ले जाने के लिए 60 से अधिक विशेष वाहनों को इकट्ठा किया गया है, इसलिए सीआरपीएफ वीआईपी सुरक्षा प्रकोष्ठ ने इन कारों को चलाने वाले कुशल चालकों को विशेष प्रशिक्षण दिया है, क्योंकि भारत में दाईं ओर स्टीयरिंग वाली गाड़ियां चलाई जाती हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button