MP Election: पूर्व राज्यपाल की पौत्रवधु, BJP के पूर्व MLA के बेटे-बहू सहित 5 नेता Congress में शामिल
Bhopal, Akbar Khan: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पार्टी से रूठ कर कांग्रेस में जाने वाले नेताओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को भाजपा (BJP) के चार नेताओं ने एकसाथ कांग्रेस (Congress) की सदस्यता ग्रहण की और शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। पार्टी के चार नेताओं के एकसाथ पार्टी छोड़ने के बाद भाजपा में खलबली मच गई है।
भोपाल स्थित PCC के बाहर गुरुवार को कांग्रेस का बड़ा सदस्यता समारोह का आयोजन देखने को मिला। इस दौरान सागर, निवाड़ी, दतिया, सतना और शिवपुरी के कई नेता और हजारों आम कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हुए। कांग्रेस ज्वाइन करने वालों में मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव की पौत्र वधू रोशनी यादव, शिवपुरी से जितेंद्र जैन गोटू, राहतगढ़ से नीरज शर्मा और दतिया से राजू दांगी शामिल हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी के नेतृत्व से प्रभावित होकर मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव जी की पौत्र वधू रोशनी यादव जी, शिवपुरी से जितेंद्र जैन गोटू जी, राहतगढ़ से नीरज शर्मा जी, दतिया से राजू दांगी जी ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
“जन-जन के नेता कमलनाथ” pic.twitter.com/0NujvWPE2n
— MP Congress (@INCMP) August 24, 2023
1000 वाहनों का काफिला लेकर भोपाल पहुंचे नीरज शर्मा
सागर जिले की राहतगढ़ जनपद पंचायत के अध्यक्ष नीरज शर्मा एक हजार वाहनों का काफिला लेकर भोपाल पहुंचे। उन्होंने पीसीसी (PCC) में कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद नीरज शर्मा ने कहा- सुरखी में गोविंद राजपूत का अत्याचार चल रहा है। मुकदमा दर्ज कराना, मकान गिराना, सुरखी विधानसभा में हर समाज के व्यक्ति को प्रताड़ित किया जा रहा है। लेकिन अब समय आ गया है गोविंद राजपूत की दमन की राजनीति नहीं चलेगी। उनका पूरी तरह से खत्म होने जा रहा है। उन्होंने लोगों पर बहुत अति की है। सुरखी की जनता गोविंद राजपूत से एक- एक बात का हिसाब लेने जा रही है।
बीजेपी के पूर्व विधायक की बहू बोली- नई भाजपा कमीशनखोरों और चाटुकारों की
वंदना बागरी ने कहा मेरे ससुर ने बीजेपी के लिए पूरा जीवन खपा दिया लेकिन उनके निधन के बाद बीजेपी ने पूरे परिवार को साइडलाइन कर दिया। उपचुनाव के दौरान टिकट का आश्वासन देने के बाद किनारा कर लिया। और चुनाव के बाद परिवार के किसी सदस्य को कोई जिम्मेदारी नहीं दी। नई भाजपा भृष्टाचारियों, कमीशन खोरों और चाटुकारों की भाजपा है।
बीजेपी उपेक्षा पर आरोप लगाया
रोशनी यादव ने इस्तीफा देते हुए कहा कि बहुत दुखी मन से आहत होकर में भाजपा की सदस्यता त्याग रही हूं। मेरे राजनीतिक सफर में कई अनुभव मुझे भाजपा में रहते मिले, जिसके लिए मैं आजीवन आभारी रहूंगी, लेकिन गत कुछ वर्षो से शीर्ष नेतृत्व का कार्यकर्ताओं और आम जनमानस के प्रति निराशा, नीति और नेतृत्व में उदासीनता, महिलाओं के प्रति दिखावटी योजना एवं उनके प्रति बढ़ते अत्याचार को देखकर मैं आहत हूं। भाजपा की सदस्य होकर रोजाना जनता से उठ रहे बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई के सवालों का उत्तर देने में असमर्थ हूं।
उन्होंने आगे कहा- कार्यकर्ता केंद्रित दल अब नेता केन्द्रित है। जनता का ना प्रदेश सरकार में विश्वास है ना केंद्र सरकार पर। जिस दल से जनता खुश नहीं है उस दल में रहकर सेवा नहीं किया जा सकता है। भाजपा सरकार में भाजपा संगठन के ही कार्यकर्ताओं की अनदेखी और उनके साथ द्वैत व्यवहार के चलते प्रदेश में भाजपा की लगातार छवि खराब हो रही है। भाजपा कार्यकर्ता जब भी संगठन के उच्च अधिकारियों से या सरकार के मंत्रियों और नेताओं से अपनी समस्या साझा करते हैं, तो मंत्री और नेता तथा पदाधिकारी निराकरण को दूर उनकी बात तक नहीं सुनते। कार्यकर्ताओं की इस स्तर की उपेक्षा से मैं आहत हूं। निवाड़ी जिले की जनता लगातार भाजपा शासन में स्वयं को पीड़ित महसूस कर रही है। चूंकि जनता की पीड़ा मेरी अपनी भी पीड़ा है। इसलिए नेतृत्व को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता एवं जिला उपाध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा सौंप रही हूं।
रोशनी यादव की घर वापसी
बता दें कि एक तरह से यह रोशनी की घर वापसी हुई है, क्योंकि इनके परिवार को पुराने कांग्रेसी परिवार के रूप में देखा जाता है। कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय रामनरेश यादव की पौत्रवधू है रोशनी यादव। रोशनी यादव 2018 के चुनाव में भी निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर सीट से भाजपा की ओर से टिकट की दावेदारी कर रही थीं। इसके बाद पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के निधन के बाद हुए उपचुनाव में भी उन्होंने दावेदारी की थी, लेकिन उन्हें भाजपा ने टिकट नहीं दिया था।